राष्ट्रीय

मोदी के नेतृत्व में दुनिया में बज रहा भारत का डंका: नड्डा

लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीति‍क दलों के द‍िग्‍गज नेता ताबड़तोड़ रैल‍ियां और जनसभाएं कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चित्रकूट में चुनावी प्रसार किया। इस दौरान नड्डा ने कहा कि 10 साल पहले भारत के सामान्य नागरिक के मन में ये विचार घर कर चुका था कि अब कुछ बदलने वाला नहीं है, राजनीति ऐसी ही होती है, यहां गुंडों का राज चलता रहेगा। लेकिन मोदी जी के आने बाद भारत की राजनीति में सबकुछ बदला है, ये चुनाव आप भाजपा को तो जीता ही रहे हैं, साथ ही आप विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की ओर चल पड़े हैं। नड्डा ने कहा कि 10 साल भारत की राजनीति में परिवारवाद, जातिवाद, व्यक्तिवाद, भ्रष्टाचार, वोटबैंक और तुष्टिकरण ही चलता था। लेकिन मोदी जी ने 10 साल में जातिवाद, क्षेत्रवाद और तुष्टिकरण की राजनीति के साथ लोहा लेते हुए, विकासवाद की राजनीति को आगे बढ़ाया और मंत्र रखा – सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। उन्होंने कहा कि आज देश में रिपोर्ट कार्ड, जवाबदेही, विकासवाद और सबको साथ लेकर चलने की राजनीति चल रही है। ये मोदी जी की संस्कृति है। जो कहा था, वो किया है और जो नहीं कहा था, वो भी करके दिया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी जी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मंत्र को आत्मसात करते हुए गांव, गरीब, शोषित, वंचित, पीड़ित, युवा, किसान और महिलाओं को मजबूती देने का काम किया। उन्होंने कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य था। लेकिन आज मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में आकर खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में अब चित्रकूट को भी शामिल कर लिया गया है। इसके यहां आने से चित्रकूट और बांदा की तस्वीर बदल जाएगी और यहां के नौजवानों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। नड्डा ने कहा कि ये घमंडिया गठबंधन केवल दो बातों का गठबंधन है। मोदी जी कहते हैं – भ्रष्टाचारी हटाओ, घमंडिया गठबंधन वाले कहते हैं – भ्रष्टाचारियों को बचाओ। ये घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है। ये सब परिवारवादी लोग हैं। उन्होंने कहा कि आजकल राहुल गांधी संविधान की कॉपी लेकर घूम रहे हैं। संविधान में बाबा साहेब अंबेडकर ने लिखा है कि धर्म के नाम पर नहीं होगा। जबकि कांग्रेस हमारे दलित, आदिवासी, पिछड़े और अतिपिछड़ा भाइयों के अधिकार पर डाका डालकर धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं।