सैम पित्रोदा को बचाने के चक्कर में गड़बड़ाए अधीर
सैम पित्रोदा की नस्लवादी टिप्पणी के बाद भाजपा ने गुरुवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के शब्दों के चयन पर सवाल उठाया और कहा कि कांग्रेस की मानसिकता उजागर हो गई है – केवल शब्द कभी सैम पित्रोदा की ओर से आते थे और अब की ओर से। अधीर चौधरी. सैम पित्रोदा की टिप्पणियों पर उपजे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए अधीर ने बुधवार को बयान की निंदा नहीं की और कहा कि यह पित्रोदा की निजी राय है। हमारे पास प्रोटो ऑस्ट्रेलॉयड, मंगोलॉयड वर्ग, नेग्रिटा वर्ग के लोग हैं। है तो है (ऐसा ही है)। हमारे देश की जनसांख्यिकी में क्षेत्रीय विशेषताएं अलग-अलग हैं। अधीर ने कहा किसी ने जो कहा वह उसकी निजी राय है लेकिन यह सच है कि कुछ लोग गोरे हैं, कुछ काले हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने सैम पित्रोदा का बचाव करने की कोशिश में भारतीयों के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की एक और टिप्पणी को लेकर बुधवार को विवाद खड़ा हो गया जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘‘पूर्व के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं। उन्होंने कहा था कि हम 75 साल से बहुत सुखद माहौल में रह रहे हैं, जहां कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं। हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं। भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।