राष्ट्रीय

ममता-ओवैसी-केजरीवाल, CAA पर विरोधियों को चुन-चुन कर शाह का जवाब

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया है कि केंद्र द्वारा लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की दिल्ली के मुख्यमंत्री की आलोचना का जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने अपना धैर्य खो दिया है (आपा खो बैठे हैं)। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक साक्षात्कार में अमित शाह ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो का गुस्सा भ्रष्टाचार के मामलों में उनकी पार्टी के कथित प्रदर्शन से उपजा है और कहा कि अगर उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता है तो उन्हें बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में बात करनी चाहिए। इस सप्ताह अरविंद केजरीवाल ने सीएए पर अपनी पिछली टिप्पणी दोहराते हुए कहा था कि आजादी के बाद जितना प्रवासन हुआ था, उससे अधिक अब प्रवासन होगा। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी और इसके बाद चोरी, डकैती और बलात्कार में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले सीएए का कार्यान्वयन भारतीय जनता पार्टी की गंदी वोट बैंक की राजनीति थी और कहा कि लोग चाहते हैं कि इस कानून को निरस्त किया जाए। अमित शाह ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को मुस्लिम विरोधी बताने के दावे के लिए असदुद्दीन ओवैसी और ममता बनर्जी जैसे अन्य विपक्षी नेताओं को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि इस कानून को अलग करके नहीं देखा जा सकता क्योंकि यह अपने साथ एक इतिहास रखता है। अमित शाह ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के लिए कोई राजनीतिक खेल नहीं है। हमारे नेता प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी और हमारी सरकार के लिए, यह हमारा कर्तव्य है कि हम अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के उन प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को पर्याप्त अधिकार दें जो भारत में शरणार्थियों की तरह रह रहे थे।