राष्ट्रीय

बिहार की राजनीति में तेज हुई हलचल, विधायकों को संभालने में लगी पार्टियां, जानें अबतक क्या-क्या हुआ

बिहार की विधानसभा में कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना बहुमत साबित करेंगे। सीएम फ्लोर टेस्ट को लेकर आश्वस्त है। लेकिन फिर भी राज्य की राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है। कांग्रेस और आरजेडी को हॉर्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है। वहीं भाजपा और जदयू भी अपने-अपने विधायकों को एकजुटता का पाठ पढ़ाने में लगी हुई है। जेडीयू ने रविवार को विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है। शाम को मंत्री विजय कुमार चौधरी के घर पर बैठक होगी, जिसमें नीतीश कुमार भी शमील होंगे। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने शनिवार को विश्वास मत हासिल करने के दौरान पार्टी के सभी विधायकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए व्हिप जारी किया। जदयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने कहा कि व्हिप का उल्लंघन करने वाले “अपनी सदस्यता खो देंगे।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह “हर विधानसभा सत्र से पहले होने वाली नियमित प्रक्रिया होती है।” बता दें, शनिवार को मंत्री श्रवण कुमार के घर भोज आयोजित किया गया था। इसमें विधायक बीमा भारती, अशोक चौधरी, गुंजेश्वर साह दिलीप राय, डॉ संजीव, और सुदर्शन नहीं पहुंचे थे, जिसके बाद पार्टी ने व्हिप जारी किया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को पार्टी के विधायकों के साथ मीटिंग की, जिसके बाद उन्हें सरकारी आवास में शिफ्ट किया गया। सोमवार को यहीं से सभी को विधानसभा ले जाया जायेगा। सामने आयी जानकारी के अनुसार, तेजस्वी अपने विधायकों की अच्छे से खातिरदारी करने में लगे हुए हैं। मीटिंग के बाद विधायकों को अच्छा खाना खिलाया गया और रात को आवास पर संगीत की महफ़िल भी सजाई गयी। फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा ने भी अपने विधायकों को बोधगया के होटलों में शिफ्ट कर दिया था। अब खबर आ रही है कि पार्टी ने विधायकों के होटलों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। होटल के कैंपस में मीडियाकर्मियों की एंट्री पर भी रोक लग गयी है। बताया जा रहा है कि सभी विधायक सोमवार की सुबह फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए यहीं से ही रवाना होंगे।