प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का काम किया : अमित शाह
मैसुरु। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और अन्य महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के पुनरुद्धार का हवाला देते हुए रविवार को भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया। मैसुरु के समीप ‘सुत्तूर जात्रा’ (मेला) समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने योग, आयुर्वेद और भारतीय भाषाओं के संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए मोदी की प्रशंसा की। शाह ने कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी ने देश की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का काम किया है। मोदी जी ने अयोध्या के राम मंदिर, काशी में काशी विश्वनाथ गलियारा, महाकाल गलियारा (उज्जैन में महाकाल लोक गलियारा) और केदारनाथ एवं बद्रीनाथ जैसे सांस्कृतिक केंद्रों के पुनरुद्धार के लिए काम किया है।’’ मैसुरु जिले के नंजनगुड तालुक में कपिला नदी के किनारे स्थित सुत्तूर मठ राज्य में प्रमुख आध्यात्मिक केंद्रों में से एक है जो वीरशैव/लिंगायत आस्था का प्रचार करता है। इस कार्यक्रम में सुत्तूर मठ के जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देशीकेंद्र महास्वामीजी, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र भी उपस्थित रहे। शाह ने अयोध्या में सुत्तूर मठ की एक शाखा खोलने का फैसला करने और वहां काम शुरू करने के लिए श्री शिवरात्रि देशीकेंद्र महास्वामीजी की प्रशंसा की। उन्होंने 12वीं सदी के समाज सुधारक और दार्शनिक बसवेश्वर को श्रद्धांजलि देते हुए समाज के कल्याण में सुत्तूर मठ और उसके संतों के योगदान को भी स्वीकार किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मैं महास्वामीजी को बताना चाहता हूं कि मैं और भाजपा का हरेक कार्यकर्ता समाज में सुत्तूर मठ के योगदान को हमेशा सम्मान देंगे और आने वाले दिनों में इसे लोगों के बीच ले लाने के प्रयासों को हर तरीके से समर्थन देंगे।’’ अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में ‘रामलला’ की मूर्ति बनाने वाले मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज को इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।