नीतीश पर बरसे प्रशांत किशोर, लोगों से कहा- शिक्षा, रोजगार और सुशासन के लिए करें वोट
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बिहार में बदलाव यात्रा पर हैं। गुरुवार को सारण जिले के एकमा विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने दो सार्वजनिक सभाएं कीं और बिहार में ‘संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन’ के अपने आह्वान को दोहराया। ये बैठकें लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार खेल मैदान और अमदही के करनपुरा के लच्छू बरम बाबा मैदान में हुईं। मीडिया से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर तीखा हमला करते हुए कहा कि हम उन्हें बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में नहीं पहचानते। जब कोविड-19 के दौरान लाखों लोग पैदल घर जा रहे थे, तब मंगल पांडे गायब थे। लोगों को इस विश्वासघात को याद रखना चाहिए। कुछ दिन पहले पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चूहे के काटने की घटना के बाद मंगल पांडे की आलोचना हो रही है। जनता को संबोधित करने से पहले किशोर गोपालेश्वर नाथ धाम गए, जहां स्थानीय लोगों ने प्रतीकात्मक रूप से उन्हें लड्डुओं से तौला, जो जनता के उत्साह और समर्थन को दर्शाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि वे केवल चुनाव के समय ही किसानों के लिए चिंता करते हैं। किशोर ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार दो दशकों से सत्ता में हैं और अब भी किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। किशोर ने राशन कार्ड जारी करने और भूमि रसीद जैसी बुनियादी सेवाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार की निंदा की और नौकरशाहों और राजनेताओं दोनों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि नेता और अधिकारी खुलेआम रिश्वत ले रहे हैं जबकि आम लोग परेशान हैं। उन्होंने मतदाताओं से भ्रष्ट नेतृत्व को खारिज करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगली बार, लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार या पीएम मोदी के चेहरे को देखकर वोट न दें। अपने बच्चों के भविष्य को देखकर वोट करें। बिहार में शिक्षा, रोजगार और लोगों के शासन के लिए वोट करें। किशोर का जन सुराज अभियान पूरे राज्य में जोर पकड़ रहा है, जिसमें एक मजबूत सत्ता-विरोधी स्वर है।